उत्तराखंड

प्राइवेट स्कूल लेट फीस के नाम पर लूट रहे अभिभावकों को- मोर्चा।

विकासनगर – जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि वैसे तो प्रदेश भर के अधिकांश नामी- गिरामी (..बड़े वाले) प्राइवेट स्कूल लेट फीस के नाम पर जुर्माना (जजिया कर) वसूलते हैं।

लेट फीस के नाम पर ₹50 प्रतिदिन और अतिरिक्त जुर्माना पांच हजार।

लेकिन डीपीएसजी नमक प्राइवेट स्कूल्स लेट फीस के नाम पर ₹50 प्रतिदिन एवं  जिस दिन फीस जमा कराई गई ₹50 प्रतिदिन के हिसाब से एवं एक माह की निर्धारित अवधि के पश्चात अतिरिक्त जुर्माना ₹5000 वसूल रहे हैं ,जोकि खुली लूट है, लेकिन अधिकारियों का ध्यान इस ओर बिल्कुल नहीं है। अभिभावक डर के कारण आवाज नहीं उठा पाते ,जिसका भरपूर फायदा ये लूटपाट केंद्र बन चुके प्राइवेट स्कूल्स उठा रहे हैं |इन स्कूल स्वामियों की संवेदनाएं बिल्कुल मर चुकी हैं | लेट फीस लेने के मामले में अन्य नामी- गिरामी स्कूल भी पीछे नहीं है। नेगी ने कहा कि मध्यम वर्गीय व गरीब अभिभावक अपना पेट काटकर अपने बच्चों को अच्छी तालीम  दिलाने के उद्देश्य से इन प्राइवेट विद्यालयों में पढ़ाते हैं, लेकिन किसी कारण यथा बीमारी, दुर्घटना, रोजगार में मंदी, शादी- विवाह इत्यादि आकस्मिक खर्चों की वजह से फीस जमा करने में थोड़ा -बहुत देर कर देते हैं, जिसका फायदा उठाना ये प्राइवेट विद्यालय बखूबी जानते हैं।

  अंकुश न लगा तो मंत्री/ अधिकारियों का होगा तख्तापलट, दो-तीन माह की लेते हैं एडवांस फीस,इस मुद्धे पर अधिकारियों  ने भी साधी चुप्पी।

नेगी ने हैरानी जताई कि ये विद्यालय एडवांस में दो-तीन माह की फीस जमा करवा लेते हैं पर कोई अलग से ब्याज व पारितोषिक नहीं देते, लेकिन दो दिन भी फीस लेट हो जाए तो जुर्माना वसूल लेते हैं। हरानी की बात यह है कि यह सारा खेल अधिकारियों की नाक के नीचे हो रहा है, लेकिन इन स्कूलों के आगे इनकी घिग्गी बंध जाती है। मोर्चा मंत्री व अधिकारियों को आगाह करता है कि इसका संज्ञान लें, वरना आर -पार की लड़ाई होगी। पत्रकार वार्ता में- अशोक चंडोक, मुजीबुर्रहमान  सलीम, अमित जैन व मुकेश पसपोला शामिल थे|

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