बाबा रामदेव के करीबी आचार्य बालकृष्ण पर टेंडर विवाद मामला….।

ब्यूरों रिपोर्ट,
देहरादून।
उत्तराखंड में इन दिनों एक टेंडर को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। मामला मसूरी के पास बने ऐतिहासिक जॉर्ज एवरेस्ट एस्टेट में एडवेंचर टूरिज्म प्रोजेक्ट से जुड़ा है।
क्या है विवाद?…..
सरकार ने यहां एडवेंचर टूरिज्म विकसित करने के लिए टेंडर निकाला था।
इस टेंडर में तीन कंपनियों ने बोली लगाई।
जांच में सामने आया कि तीनों कंपनियों का नियंत्रण बाबा रामदेव के करीबी आचार्य बालकृष्ण के पास ही था।
क्यों उठ रहे सवाल?…….
आम तौर पर टेंडर में अलग-अलग कंपनियाँ प्रतिस्पर्धा करती हैं, ताकि सरकार को बेहतर शर्तें और पारदर्शिता मिले। लेकिन यहां आरोप है कि तीनों कंपनियों का मालिकाना हक एक ही व्यक्ति के पास था। ऐसे में असली मुकाबला हुआ ही नहीं।
विपक्ष का हमला……….।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि यह सीधा भ्रष्टाचार का मामला है और सरकार ने बाबा रामदेव के करीबी को फायदा पहुँचाने के लिए नियमों की अनदेखी की है।
सरकार की सफाई……..।
सरकार की ओर से कहा जा रहा है कि प्रक्रिया नियमों के हिसाब से पूरी की गई है और इसमें कोई गड़बड़ी नहीं हुई।
कुल मिलाकर, मामला इसलिए गरमा गया है क्योंकि एक ही व्यक्ति की कंपनियों ने तीन-तीन बोली लगाकर टेंडर अपने पक्ष में किया। अब विपक्ष इसे भ्रष्टाचार बता रहा है और सरकार बचाव में उतर आई है।