मॉनसून अलर्ट के बीच माणा पहुंचे पर्यटन सचिव धीराज गर्ब्याल, बद्रीनाथ से बेनीताल तक किया विकास कार्यों का निरीक्षण।

ब्यूरों रिपोर्ट
देहरादून। उत्तराखण्ड के पर्यटन सचिव धीराज गर्ब्याल ने गुरुपूर्णिमा के पावन अवसर पर प्रदेश के उच्च हिमालयी क्षेत्रों का दौरा किया। मॉनसून के चलते मौसम विभाग द्वारा जारी ऑरेंज अलर्ट के बावजूद सचिव गर्ब्याल ने बद्रीनाथ धाम, माणा गांव, औली, नीती घाटी और बेनीताल जैसे महत्वपूर्ण स्थलों का स्थलीय निरीक्षण किया और पर्यटन विकास कार्यों की प्रगति का जायज़ा लिया।
दौरे की शुरुआत भगवान बद्रीविशाल के दर्शन और पूजा-अर्चना से हुई। इसके पश्चात उन्होंने बद्रीनाथ धाम में चल रहे ढांचागत विकास कार्यों का गहन निरीक्षण किया और कार्यों को शीघ्रता से पूरा करने हेतु अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
इसके बाद वे भारत के प्रथम गांव माणा पहुंचे, जहां पूर्व ग्राम प्रधान पीताम्बर मोल्पा के नेतृत्व में स्थानीय ग्रामीणों ने बारिश के बीच उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। माणा में वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत चल रहे कार्यों का भी उन्होंने अवलोकन किया और ग्रामीणों के साथ बैठकर पर्यटन की संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की।
पर्यटन सचिव ने औली में GMVN गेस्ट हाउस के सुधार कार्यों के लिए निर्देश दिए तथा प्रसिद्ध औली ट्रॉली के मरम्मत कार्य की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों संग महत्वपूर्ण बैठक की। इसके बाद उन्होंने नीती मार्ग स्थित तपोवन के तप्तकुंड का निरीक्षण भी किया।
दौरे के अंतिम चरण में सचिव बेनीताल पहुंचे, जहां उन्होंने प्रस्तावित ‘एस्ट्रो विलेज’ परियोजना का निरीक्षण किया। इस पहल के अंतर्गत बेनीताल को एस्ट्रो टूरिज्म (खगोलीय पर्यटन) का प्रमुख केंद्र बनाया जाना है।
पर्यटन सचिव गर्ब्याल का यह दौरा राज्य में सतत और सुनियोजित पर्यटन विकास की दिशा में एक सार्थक कदम माना जा रहा है, जिससे सीमांत क्षेत्रों को मुख्यधारा से जोड़ने और स्थानीय रोजगार के नए अवसर खोलने की उम्मीद है।