लोगों को सस्ता और सुलभ न्याय की बात तो देश मे बहुत होती है। मगर ऐसा न्याय लोगों को मिले कैसे? जानने के लिए देखें जौनसारी फिल्म मेरै गांव की बाट।
ब्यूरों रिपोर्ट
देहरादून। जौनसार बावर के सामाजिक ताने-बाने एवं सामूहिक जीवन प्रणाली पर आधारित बन रही पहली पिक्चर फिल्म मेरे गांव की बाट में दर्शकों को जौनसार बावर की खुमडी व्यवस्था एवं सामाजिक मान्यताओं पर आधारित अनेक दृश्य देखने को मिलेंगे। फिल्म में इस प्रकार के दृश्य को दर्शाने के लिए विधिवत फटेऊ गांव में जौनसार बावर के प्रबुद्ध नागरिकों का सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें विभिन्न विषयों पर चर्चा वार्ता करते हुए पदम श्री प्रेमचंद शर्मा ने कहा कि जौनसार बावर के लोग अत्यधिक मेहनती है यहां कृषि और बागवानी को आगे बढ़ना चाहिए। पूर्व आईएफएस प्रताप सिंह पवार ने कहा है कि जौनसार बावर क्षेत्र में अनेक ऐसे बैध थे जो अपने ज्ञान और स्थानीय जड़ी बूटियां के आधार पर रोगों का उपचार करते थे और अब यह सब विलुप्त हो रहा है जिसे पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है। बणगांव खत मंदिर समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र तोमर ने कहा है कि युवाओं को स्वरोजगार की ओर आगे बढ़ना चाहिए ताकि वह अपने साथ अन्य बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर उत्पन्न कर सके। कार्यक्रम के आयोजन सूचना विभाग के संयुक्त निदेशक एवं फिल्म के क्रिएटिव डायरेक्टर के. एस चौहान ने कहा है कि जौनसार की बोली भाषा अत्यंत समृद्ध है जिसे लिपि के रूप में आगे बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने सामूहिक परिवार की विशेषताओं पर भी प्रकाश डाला और कहा है कि लोग सामूहिक परिवारों पर शोध कर रहे हैं! लोक पंचायत के वरिष्ठ सदस्य श्रीचंद शर्मा ने जौनसार बावर के ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर अपने विचार व्यक्त किये उन्होंने कहा है कि जितना पुराना जमुना जी का इतिहास है उतना ही पुराना जौनसार बावर का इतिहास भी है। विधानसभा के पूर्व सूचना अधिकारी भारत चौहान ने कहा है कि जौनसार बावर की जो अच्छाईयां है वह देश दुनिया के सामने नहीं आ पाई जबकि इस क्षेत्र में अनेक ऐसी परंपरा है जो देश है दुनिया के लिए आज भी आकर्षक बना हुआ है। डॉ अमर सिंह राय ने कहा है कि विवाह के दौरान जो अनावश्यक खर्च हो रहा है उसे पर भी विराम लगाना चाहिए। खत बहलाड के पूर्व अध्यक्ष गजेंद्र सिंह चौहान ने कहा है कि जौनसार बावर में प्रारंभ में अनेक प्रकार के विवाह होते थे जिसका अब विकृत रूप समाज के सामने आ रहा है जो अच्छा संकेत नहीं है हमें अपनी मान्यताएं व समाज का हित ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ना चाहिए। प्रबुद्ध नागरिक सम्मेलन में पूर्व ब्लाक प्रमुख अर्जुन सिंह चौहान, जीएसटी के अपर आयुक्त विपिन शर्मा, फिल्म के निदेशक अनुज जोशी, फिल्म के अभिनेता अभिनव चौहान, मोहन खत के स्याना जयपाल सिंह, खत कडमाण के स्याना शमशेर सिंह, श्याम सिंह राठौड़, एसएमआर पीजी कॉलेज के चैयरमैन अनिल तोमर, रणवीर सिंह तोमर, मधुबाला पवार, गुड्डी चौहान, आकृति जोशी, काजल शाह, गांव के स्याना चंदन सिंह, चतर सिंह, विक्रम सिंह रावत, बालम चौहान, जीत सिंह चौहान अभिषेक मेंदोला आदि सहित अनेक लोग उपस्थित थे।