नरेंद्र मोदी – 11 वर्षों की यात्रा, 2047 के सपनों का संकल्प……….।

ब्यूरों रिपोर्ट
भारत के प्रधानमंत्री और विश्व राजनीति के सबसे लोकप्रिय नेताओं में शुमार नरेंद्र मोदी का जन्मदिन केवल एक उत्सव भर नहीं, बल्कि एक अवसर है यह देखने का कि बीते 11 वर्षों में देश ने किन नई ऊँचाइयों को छुआ और आगे किस दिशा में बढ़ रहा है।
11 वर्षों की उपलब्धियां…….।
2014 से लेकर अब तक नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने विकास, सुशासन और वैश्विक प्रतिष्ठा की नई परिभाषा गढ़ी है।
आर्थिक मोर्चा- भारत आज दुनिया की पाँचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। “मेक इन इंडिया” से लेकर “डिजिटल इंडिया” और “स्टार्टअप इंडिया” जैसे अभियानों ने करोड़ों युवाओं को नए अवसर दिए है।
सामाजिक सुधार- उज्ज्वला योजना से करोड़ों महिलाओं को धुएं से मुक्ति मिली। आयुष्मान भारत से गरीब परिवारों को स्वास्थ्य सुरक्षा मिली। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत करोड़ों घर बने।
बुनियादी ढाँचा- हाइवे, रेलवे, बंदरगाह, एयरपोर्ट और डिजिटल नेटवर्क में अभूतपूर्व विस्तार हुआ। भारत आज हाई-स्पीड रेल के युग में कदम रख चुका है।
सुरक्षा और कूटनीति- सर्जिकल स्ट्राइक, बालाकोट एयर स्ट्राइक और आपरेटर सिंदूर ने भारत की सुरक्षा नीति को नई धार दी। विदेश नीति में “सबका साथ, सबका विश्वास” को वैश्विक स्तर पर लागू करते हुए मोदी आज विश्व कूटनीति के केंद्र बिंदु हैं।
वैश्विक चुनौतियों का सामना……।
दुनिया कोविड-19 महामारी, रूस-यूक्रेन युद्ध और बदलते जलवायु संकट जैसी चुनौतियों से जूझ रही थी। भारत ने न केवल अपने नागरिकों की रक्षा की, बल्कि “वैक्सीन मित्रता” के माध्यम से दर्जनों देशों को जीवनरक्षक वैक्सीन पहुंचाई। यही कारण है कि नरेंद्र मोदी को आज वैश्विक स्तर पर “विश्वसनीय नेता” की पहचान मिली है।
2047 का विकसित भारत…….।
मोदी का सबसे बड़ा सपना है – 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना। इसके लिए “अमृतकाल” की रूपरेखा तय की गई है। इसमें तकनीक, हरित ऊर्जा, आत्मनिर्भरता और शिक्षा सुधार प्रमुख स्तंभ हैं। भारत अब केवल उपभोक्ता नहीं, बल्कि वैश्विक निर्माता और ज्ञान केंद्र बनने की राह पर है।
जनसंख्या कानून और सामाजिक संतुलन…….।
मोदी सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि जनसंख्या नियंत्रण केवल नीति नहीं, बल्कि राष्ट्रीय भविष्य का सवाल है। प्रस्तावित जनसंख्या कानून देश के संसाधनों पर दबाव कम करने, महिलाओं के स्वास्थ्य और बच्चों की शिक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में बड़ा कदम होगा।
विपक्ष की चुनौती……..।
लोकतंत्र में विपक्ष आवश्यक है, लेकिन पिछले वर्षों में विपक्ष बिखरा हुआ और दिशा-विहीन नज़र आया है। भ्रष्टाचार, वंशवाद और गठबंधन की मजबूरी ने उसे जनता से दूर कर दिया है। मोदी के करिश्माई नेतृत्व के सामने विपक्ष की चुनौतियाँ कमजोर पड़ती दिखती हैं, लेकिन यह भी सच है कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए एक मजबूत और रचनात्मक विपक्ष जरूरी है।
एक देश, एक चुनाव……।
मोदी सरकार का एक और ऐतिहासिक विचार है। एक देश, एक चुनाव। इसका उद्देश्य समय, धन और संसाधनों की बचत के साथ-साथ शासन की निरंतरता बनाए रखना है। इस पर बहस अभी जारी है, लेकिन इसमें संदेह नहीं कि यह कदम भारतीय राजनीति को नई दिशा देगा।
नरेंद्र मोदी का नेतृत्व केवल सत्ता का प्रयोग नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण का संकल्प है। पिछले 11 वर्षों में उन्होंने भारत को न सिर्फ नई पहचान दिलाई, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों में आत्मविश्वास और गौरव की भावना भी भरी।
जन्मदिन के अवसर पर उन्हें शुभकामनाएं देते हुए हम कह सकते हैं कि आने वाले वर्षों में मोदी का सपना “2047 तक विकसित भारत” केवल एक लक्ष्य नहीं, बल्कि हर भारतीय का संकल्प बन चुका है।